- कैसे भी
- कार्ल वर्निक
- कब
- कार्बोहाइड्रेट_लाइपिड_सम्मिश्र
- कोयला झोंकने वाला
- क्षाराभ{वनस्पतियो का मूल तत्व}
- कॉल्पोस्कापी
- कुछ नहीं मालुम है
- क्षार{खट्टापन हटाने का पदार्थ}
- कोई फ़र्क पड़ना
- कृत्रिम गर्भस्राव
- क्षीण बुद्धि का
- कर्णमूल वायुकोश
- कर्णमूल शोथ
- कर्णमूल सूक्ष्मनलिका
- कोष्ठात्मक
- कब्जे पर लगाना
- कालपूर्वशिशु
- काष्ठ चित्रकला
- कसर निकलना
- कहाँ पर
- कामो
- कलेजा पत्थर का करना
- कलेजा निकाल कर रख देना
- कलेजा काँपना
- कलेजा जलाना
- कलेजा छलनी होना
- कुरकुर
- कढ़ी प्रेमी
- क्वथन_अंक
- क्षैतिज काट
- क्षैतिज सारणीयन संप्रतीक
- क्षैतिज सारणी
- के लिए बहुत ही उपयुक्त और सही होना
- कपिला षष्ठी
- कपिलाषष्ठी
- क्षतविक्षत
- कॅच
- क्षेट्र परीक्षण करना
- कक्षाबंधन सलूनो) श्रावण
- कोहराम मच गया
- कुंजड़ों की तरह लड़ना
- कामोन्माद संबंधी
- कीटो_ईनोल चलावयवता
- क्लाइमेट
- कर्ट वाइल
- कोई कहानी सुनाना या घटना का वर्णन करना
- कलूटा
- किसी नाराज आदमी को मना लेना
- कठीन परिस्थिति में भी प्रसन्न रहना